टनल बन जाने के बाद दून से टिहरी की कोटी कॉलोनी तक पहुंचने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा। अभी ये दूरी तय करने में दो से ढाई घंटे लगते हैं टिहरी झील तक पर्यटकों की पहुंच आसान बनाने के लिए बड़ी परियोजना पर काम चल रहा है। देहरादून से टिहरी के बीच टनल का निर्माण प्रस्तावित है
डबल लेन टनल
इसके बनने से आने वाले वक्त में देहरादून से टिहरी के बीच की दूरी घट जाएगी। जो सफर घंटों में तय होता था, वो मिनटों में तय होगा। इससे सफर सुगम बनेगा और समय की भी बचत होगी। दोनों शहरों के बीच बनने वाली प्रस्तावित टनल का एलाइनमेंट तैयार हो चुका है। इस परियोजना की कुल लंबाई 37 किलोमीटर होगी। परियोजना के तहत 17 किलोमीटर हिस्सा ऑलवेदर रोड का भी शामिल किया जाएगा। बता दें कि केंद्र ने दून के रायपुर से टिहरी के बीच टनल निर्माण के लिए मंजूरी दी थी। प्रोजेक्ट के तहत केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्राइवेट एजेंसी को एलाइनमेंट का जिम्मा सौंपा था। एजेंसी ने प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर के मंत्रालय को सौंप दी है
देहरादून से टिहरी झील
परियोजना की शुरुआत जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास से की जाएगी। रानीपोखरी से नरेंद्रनगर के लिए जो बाइपास बनाया गया है, उसके आसपास से टनल को गुजारा जाएगा। आगे जाकर टनल चंबा में रोड से मिलेगी। अधिकारियों का दावा है कि टनल बन जाने के बाद जौलीग्रांट से टिहरी की कोटी कॉलोनी तक पहुंचने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा। अभी ये दूरी तय करने में दो से ढाई घंटे लगते हैं। परियोजना पर 4 से 5 हजार करोड़ का खर्च आने की उम्मीद है। परियोजना के तहत 4 टनल बनाई जाएंगी, जो कि कुल 18 किलोमीटर लंबी होगी। 2 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी। प्रोजेक्ट में ऑलवेदर रोड का 17 किलोमीटर हिस्सा शामिल किया जाएगा। प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने कहा कि इस योजना को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने की कवायद हो रही है, ताकि टिहरी झील तक पर्यटकों की पहुंच आसान हो सके