राजधानी देहरादून में यातायात को और भी आसान बनाने के लिए नियो मेट्रो चलाने की तैयारी तेज है, नियो मेट्रो के कारीडोर के निर्माण की दिशा जमीन अधिग्रहण की लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं रक्षा मंत्रालय ने उत्तराखंड मेट्रो रेल कार्पोरेशन को सबसे बड़ी सौगात दी है, मंत्रालय ने 4.5 हेक्टेयर भूमि कार्पोरेशन को हस्तांतरित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। मेट्रो के आने से जहां देहरादून में जाम से शहरवासियों को निजात मिलेगी तो हीं उनका सफर भी आरादायक हो सकेगा
तीन साल में पूरा होगा निर्माण
बता दे कि देहरादून में अगर सबकुछ ठीक रहा और समय पर काम हुआ तो साल 2026 तक यहां के लोगों को भी मेट्रो नियो (Metro Neo) की सौगात मिल जाएगी। फिलहाल जमीन अधिकरण का काम तेज है जिसके बाद मेट्रो के निर्माण काम को पूरा होने में साढ़े तीन साल का समय लगेगा
दो कारीडोर का होगा निर्माण
नियो मेट्रो परियोजना में शहर में दो कारीडोर तैयार किए जाएंगे। दोनों कारीडोर की कुल लंबाई 22.42 किलोमीटर होगी। साथ ही दोनों कारीडोर में कुल 25 स्टेशन भी होंगे
यह होंगे मेट्रो के स्टेशन
आइएसबीटी से गांधी पार्क: आइएसबीटी, सेवला कलां, आइटीआइ, लालपुल, चमनपुरी, पथरीबाग, रेलवे स्टेशन, कचहरी, घंटाघर, गांधी पार्क एफआरआइ से रायपुर: एफआरआइ, बल्लूपुर चौक, आइएमए ब्लड बैंक, दून स्कूल, मल्होत्रा बाजार, घंटाघर, सीसीएमसी, आराघर चौक, नेहरू कालोनी, विधानसभा, अपर बद्रीश कालोनी, अपर नत्थनपुर, आर्डिनेंस फैक्ट्री, हाथी खाना चौक, रायपुर
मेट्रो नियो की खास बातें
केंद्र सरकार ने मेट्रो नियो परियोजना ऐसे शहरों के लिए प्रस्तावित की है, जिनकी आबादी 20 लाख तक है। इसकी लागत परंपरागत मेट्रो से 40 प्रतिशत तक कम आती है। इसमें स्टेशन परिसर के लिए बड़ी जगह की भी जरूरत नहीं पड़ती। इसे सड़क के डिवाइडर के भाग पर एलिवेटेड कारीडोर पर चलाया जा सकता है