उत्तराखंड में पलायन की समस्या के बावजूद कुछ लोग अपने मेहनत के दम पर रोजगार के नई रहे तलाश रहे हैं । ऐसी में किसान भाई भी खेती-किसानी में नए-नए इनोवेशन और नई तकनीकों के इस्तेमाल से खेती करने लगे हैं यहाँ के किसान भाई भी अब विदेशी फलों और सब्जियों की खेती की शुरुआत कर रहे हैं . ऐसी ही एक किसान हैं उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के कौसानी गांव के लाल सिंह जी
दिल्ली की नौकरी छोड़ शुरू की खेती
आपको बता दें कौसानी निवासी लाल सिंह ने कई साल दिल्ली फैक्ट्री लाइन में काम किया . उसके बाद उन्होंने अपने गाँव में रहकर कर खेती करने का मन बनाया । साल 2004 में वे अपने गांव लौट आए फिर उन्होंने हाइड्रोपोनिक्स तकनीक के इस्तेमाल ऑर्गेनिक खेती का काम करना शुरु कर दिया कौसानी निवासी लाल सिंह अपने गांव में विदेशी फलों की की खेती करते हैं . वे उत्तरी अमेरिका में उगने वाले एवाकाडो फल को उगाते हैं . इसके साथ साथ वे भारी मात्रा में कीवी व बड़ी इलायची भी उगाते है. कौसानी निवासी लाल सिंह खेती के साथ मछली पालन ,पशु पालन भी कर रहे हैं
कमा रहे हैं बढ़िया मुनाफा
लाल सिंह जी के अनुसार 2004 में खेती शुरू करने के बाद उन्होंने लगातार नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग प्रकार की खेती की . जिसमे मशरुम उत्पादन, फल व सब्जी उत्पादन भी क्या है अपने इस खेती के व्यवसाय से लाल सिंह लाखों की कमाई कर रहे हैं. उनके इस काम में उनकी धर्मपत्नी वह बच्चे भी साथ दे रहे हैं. उत्तराखंड में पलायन करने वाले किसानों के लिए लाल सिंह एक प्रेरणा हैं. पहाड़ों पर खेती से मुनाफा न होने के कारण किसान पलायन कर जाते हैं . लेकिन लाल सिंह ने अपने दम पर इसे गलत साबित कर दिया. वे पहाड़ों पर खेती से बढ़िया मुनाफा कमा कर इन किसानो के लिए एक नई राह दिखा रहे हैं