एक समय था जब पहाड़ में रहने वाले लोग अपने सांस्कृतिक मूल्यों को खो रहे थे और अब समय बदल गया है। पहाड़ की विलुप्त हो चुकी कुमाऊंनी और गढ़वाली सभ्यता को आज यदि पुनर्जीवित किया जा रहा है तो इसका सबसे बड़ा श्रेय प्रदेश के युवाओं को जाता है जो पहाड़ से अपने ब्लॉग के माध्यम से यहां की संस्कृति को बचाए हुए हैं।
उत्तराखंड के किसी vlogger को नहीं मिली इतनी जल्दी सफलता
जहां प्रदेश के हजारों युवा रोजगार के लिए बड़े शहरों व अन्य राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो यू-ट्यूब के माध्यम से न केवल अपना भविष्य संवारने में लगे हैं बल्कि पहाड़ों की रीति-रिवाजों, सभ्यता और संस्कृति के प्रति जागरुकता भी फैला रहे हैं।
आज हम आपको प्रदेश की एक ऐसी बेटी से मिलवाने जा रहे हैं, जो यूट्यूब पर व्लॉगर बनकर पूरी दुनिया में पहाड़ी वाइब्स फैलाने का काम कर रही है और पहाड़ों की संस्कृति और सभ्यता के साथ-साथ परंपराओं का भी प्रचार-प्रसार कर रही है। और यहां के लोगों के रीति-रिवाज।
जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से प्रदेश के बागेश्वर जिले की रहने वाली हिना फर्सवान की, जिन्होंने बहुत ही कम समय में ब्लॉगर की दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से प्रदेश के बागेश्वर जिले की कपकोट तहसील के सारण गांव की रहने वाली हिना फरसवान है। आपको बता दें कि इन्होंने अपने पति कार्तिक (श्री जी) से शादी के बाद ही यूट्यूब पर वीडियो/ब्लॉग बनाने का काम साल 2021 से शुरू कर दिया है लेकिन एक साल के अंदर ही अपनी मेहनत से।
उनके ब्लॉग की खास बात यह है कि हिना के चैनल हिनू ब्लॉग को आज 68 हजार से ज्यादा लोग सब्सक्राइब कर चुके हैं। जिसने अपना पहला व्लॉग वीडियो 16 अगस्त 2021 को यूट्यूब पर अपलोड किया था। इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग उनके ब्लॉग को कितना पसंद कर रहे हैं।
बता दें कि हिना खान-पान, रहन-सहन और ट्रैवलिंग के वीडियो अपने चैनल पर अपलोड करती हैं। हिना फरसवान की निजी जिंदगी की बात करें तो सौंग गांव निवासी घनश्याम सिंह के घर जन्मी हिना। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से ही प्राप्त की।
इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद 21 मई 2021 को उसकी शादी सारण गांव निवासी कार्तिक फरस्वां से हुई थी। वर्तमान में वह प्राइवेट बी.ए. मुक्त विश्वविद्यालय से।