March 26, 2023

उत्तराखंड के थाटी गाँव की प्रधान ने बदल डाली अपने गाँव की तस्वीर

आज उत्तराखंड की महिलाएं राज्य के विकास में हर क्षेत्र में अपना नाम योगदान देने में समाज पर अपनी छाप छोड़ने में पीछे नहीं हैं। पढ़ाई से लेकर खेल तक वह अपने टैलेंट के दम पर अपनी छाप छोड़ रही हैं।

 

आज हम आपको उत्तरकाशी के थाटी के छोटे से गांव की एक महिला के नाम से मिलवा रहे हैं, जिसने कुछ ऐसा किया है, जिसने न सिर्फ उसे बल्कि पूरे गांव को बदल कर रख दिया है।

हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के थाटी गांव की मुखिया तनुजा चौहान की। आज के समय में जहां विकास के नाम पर ग्राम प्रधानों ने अपनी छवि धूमिल की है वहीं तनुजा ने गांव की दशा सुधारने के संकल्प के साथ सरकार की योजनाओं को अच्छे तरीके से लागू कर गांव की सूरत बदली है।

थाटी गांव का अपना महत्व है क्योंकि यह देश के पहले सीडीएस जनरल का ननिहाल है। जनरल रावत और उनकी पत्नी ने सितंबर 2019 में थाटी का दौरा किया था। इससे पहले जनरल रावत ने 2004 में गांव का दौरा किया था।

तनुजा की गांव को आगे बढ़ाने की राह आसान नहीं थी, उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद तनुजा गांव और गांव के विकास के लिए काम करती रहीं। जानकारी के मुताबिक अब उत्तरकाशी से 30 किमी दूर डूंडा प्रखंड के थाटी गांव की तस्वीर बदल गई है।

आपको बता दें कि इस थाटी गांव में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या है. यहां कुल 400 परिवार और 1200 लोग रहते हैं। थाटी गांव में अनुसूचित जाति की आबादी बहुत अधिक है।

तनुजा चौहान ने साल 2019 में ग्राम प्रधान बनते ही गांव की तस्वीर बदलनी शुरू कर दी थी। तनुजा ने कोरोना काल में गांव लौटे प्रवासियों को रोजगार दिलाने का काम किया।

उन्होंने ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और आगे बढ़कर गांव में जमा हो रही गंदगी को साफ करने की पहल की। पहले गांव में हर घर के किचन और बाथरूम का पानी सीधे गलियों में बहता था, जिससे पूरे गांव में काफी गंदगी फैल जाती थी।

जिससे बारिश के दौरान यहां काफी कीचड़ हो जाता था। इस समस्या के समाधान के लिए ग्राम प्रधान तनुजा ने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने घरों में सोख्ता गड्ढा बनाएं। गंदे पानी की निकासी ठीक से हो सके इसके लिए पीवीसी पाइप लाइन डालने के साथ ही गांव से दूर सोकिंग पिट बनाया गया।

गाँव की सड़कों पर कीचड़ को कम करने के लिए इंटरलॉकिंग टाइल वाली सड़कें बिछाई गईं। इसके साथ ही सड़कों के किनारे पानी की निकासी के लिए नालियों का भी निर्माण किया गया। प्रदेश की ऐसी मेहनती महिलाओं को हम सलाम करते हैं।

Vaibhav Patwal

Haldwani news

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