सोशल मीडिया ने पृथ्वी पर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित किया है। युवा हो या वृद्ध, यह मीडिया हमारे लिए मनोरंजन का अहम साधन बन गया है, स्वरोजगार के भी नए रास्ते खुल गए हैं।
Youtube को बनाया आजीविका और संस्कृति दिखाने का साधन
अन्य देशवासियों की तरह पहाड़ों के कई युवा भी अपनी रचनात्मकता का इस्तेमाल कर पहाड़ों की संस्कृति, सभ्यता और रीति-रिवाजों को ही नहीं, बल्कि पहाड़ों के खाने-पीने को भी पर्यटन और धार्मिक स्थलों तक पहुंचा रहे हैं।
वे इसे आजीविका का आसान साधन बनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर रहे हैं। क्यूंकि youtube use करने में बहुत ही फ्रेंडली है।
सबसे खास बात यह है की youtube blogging ने पहाड़ो से युवाओं के पलायन को कम करने में अहम योगदान दिया है जो की यहाँ की शुरुआत की सबसे बड़ी समस्या थी।
आज यहां हम आपको प्रदेश की एक ऐसी बेटी से मिलवाने जा रहे हैं, जो इन दिनों ब्लॉगिंग की दुनिया में छाई हुई है। हम बात कर रहे हैं तारा की, जो राज्य के बागेश्वर जिले के कपकोट इलाके की रहने वाली हैं।
तारा देवी का ‘उत्तराखंडी मॉम स्टूडियो’ नाम का ब्लॉग इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है। आपको बता दें कि तारा देवी मूल रूप से राज्य के बागेश्वर जिले के कपकोट इलाके की रहने वाली हैं।
वह अपने चैनल ‘उत्तराखंडी मॉम स्टूडियो’ पर नए ब्लॉगिंग वीडियो अपलोड करती हैं। जिसे लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं। 18 अप्रैल 1992 को नैन सिंह कोरंगा और तरुली देवी के घर पैदा हुए।
प्राथमिक शिक्षा गांव से ही प्राप्त करने के बाद उन्होंने शमा इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर किया। साल 2013 में उनकी शादी प्रकाश देव से हुई और यहीं से उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ आया।
अब वह स्टार सिंग बुटीक के नाम से न सिर्फ कपकोट में दुकान चलाती हैं, बल्कि यूट्यूब पर ब्लॉग बनाकर पहाड़ की सभ्यता, संस्कृति और खान-पान का भी प्रचार कर रही हैं।
अपने ब्लॉग में तारा अक्सर अपनी दिनचर्या भी दिखाती हैं। यही वजह है कि उनका यूट्यूब चैनल साल 2021 में शुरू हुआ, जहां आज 16 हजार से ज्यादा लोग सब्सक्राइब कर चुके हैं, उनके वीडियो को तीन लाख से ज्यादा लोग देखते हैं।