हाल ही में गढ़वाल विश्वविद्यालय की रसायन विज्ञान की छात्रा ज्योति ने अपने सपनों में नई उड़ान भरकर सुर्खियां बटोरीं। ज्योति ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से केमिस्ट्री में मास्टर्स किया है। अब उन्हें जर्मनी में पीएचडी करने के लिए फेलोशिप मिल गई है।
कुछ दिन पहले ही मिली थी pHd की फेलोशिप
दिल्ली एयरपोर्ट पर ज्योति ने वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार से मुलाकात की। रवीश कुमार ने फेसबुक पर लिखा है। ज्योति से मिलकर उनका चेहरा खिल उठा लेकिन उनसे मिलकर मेरा गला भर आया। ज्योति अपनी पहली हवाई यात्रा पर हैं।
ज्योति ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड से रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। अब वह पीएचडी करने जर्मनी जा रही हैं। यह कितनी बड़ी बात है। उत्तराखंड के श्रीनगर के एक कॉलेज में पढ़ने वाली इस बच्ची के सपनों को पंख लग गए।
पहली यात्रा अपने दम पर। आश्चर्यजनक। ज्योति टी-3 पर भटक रही थी। वह पूछ रही थी कि चेक इन के बाद कहां जाना है। कभी घरेलू उड़ान भी नहीं भरी और अब पहली बार जर्मनी। आप सभी उन्हें बधाई देते हैं। दें और शुभकामनाएं दें कि उनका शोध उत्कृष्ट होना चाहिए। जीवन की सबसे बड़ी दौलत कहानियों का संग्रह है। उन कहानियों में जीवन को खिलते देखना।