उत्तराखंड के लिए चीजें ठीक नहीं चल रही हैं चमोली जिले से रोजाना चिंताजनक खबरें आ रही हैं। पहले जोशीमठ शहर पर भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है।
30 जनवरी को भी हुआ था हिमस्खलन
30 जनवरी को यहां के मलारी गांव में हिमस्खलन हुआ था और अब बद्रीनाथ हाईवे पर लामबगड़ के पास ग्लेशियर टूटने की एक और घटना सामने आई है.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है. हालांकि आपदा प्रबंधन अधिकारी इसे सामान्य घटना बता रहे हैं।
जोशीमठ में बढ़ती दरारों के बीच लामबगड़ में जेपी बैराज के पास ग्लेशियर टूटा। हिमस्खलन के कारण ग्रामीण दहशत में आ गए। राहत की बात यह रही कि जान-माल का या किसी अन्य प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
माना जा रहा है कि इलाके में बर्फबारी के कारण यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लामबगड़ में जेपी बैराज के पास शनिवार शाम अचानक नाले में पानी बढ़ गया. ग्लेशियर टूटने के बाद यह पानी पिघल कर एक नाले में आ गया।
कुछ लोगों ने घटना का वीडियो भी बना लिया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना में बदरीनाथ हाईवे को कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि घटना दो दिन पूर्व क्षेत्र में हुई बर्फबारी के कारण हुई है।
बता दें कि 30 जनवरी को भी जिले के मलारी गांव के पास ग्लेशियर टूटने की घटना हुई थी. जिसके बाद पूरे इलाके में हिमपात की धुंध छा गई। चमोली में शनिवार को 12 दिनों के अंदर दूसरी बार ग्लेशियर टूटने की घटना सामने आई है।
हालांकि जहां ग्लेशियर आया वहां मानव की आवाजाही नहीं होने से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है. जिस स्थान पर यह ग्लेशियर टूटा वह विष्णुप्रयाग जलविद्युत परियोजना के बैराज से कुछ दूरी पर है।