देवभूमि के गांवों में रहने वाले छोटे-छोटे बच्चे बचपन से ही अपने देश की सेवा करने का सपना देखने लगते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि पहाड़ के हर दूसरे घर से कोई न कोई सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहा है।
पिता भी दे रहे है सेना में रहकर सेवा
अब पौड़ी गढ़वाल की बेटी सोनाली बिष्ट ने वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनकर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। मिली जानकारी के मुताबिक सोनाली बिष्ट मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के रणस्वा गांव की रहने वाली हैं।
हालांकि, वह वर्तमान में अपने परिवार के साथ कोटद्वार के कोटडीढांग वार्ड 3 में रहती है. सोनाली ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कोटडीढांग के ज्ञानोदय विद्यालय से की। इसके बाद उन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई डीएवी कॉलेज से पूरी की।
आपको बता दें कि सोनाली बिष्ट ने 12वीं के बाद बीटेक किया है और उसके बाद उन्होंने कम से कम एक साल विप्रो में काम भी किया। इसी बीच साल 2020 में उनका चयन फ्लाइंग ऑफिसर के लिए हुआ और एएफटीसी से दो साल की कड़ी ट्रेनिंग लेने के बाद 21 जनवरी को वह भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं।
उसने 12वीं के बाद बीटेक पूरा किया और उसके बाद उसने एक साल विप्रो में काम भी किया। इसी बीच साल 2020 में उनका चयन फ्लाइंग ऑफिसर के लिए हुआ, जिसके बाद एएफटीसी से दो साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद 21 जनवरी को वह भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं।
सोनाली बताती हैं कि उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा उनका परिवार है और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बेटी के पिता हसवंत सिंह बिष्ट के साथ-साथ उसके दादा भोपाल सिंह बिष्ट, नाना (सूबेदार) मोहन सिंह नेगी सेना से सेवानिवृत्त हैं।
इतना ही नहीं, सोनाली के बड़े भाई शुभम बिष्ट वर्तमान में कप्तान के रूप में अलवर राजस्थान में अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। सोनाली का कहना है कि उनकी सफलता का सारा श्रेय उनके परिवार और शिक्षकों को जाता है।