यूट्यूबर सौरभ जोशी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह अब एक बड़ा नाम है। उनकी इस कामयाबी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में जाना जाता है।
पिता कि थी पेंटिंग की दुकान बेटे उठाई घर की जिम्मेदारी
जब YouTubers vloggers की बात आती है तो सौरभ जोशी का नाम अपने आप ही लोगों की जुबान पर आ जाता है। आज वह लाखों रुपये प्रतिदिन कमा रहे हैं, उनके पास थार, फॉर्च्यूनर सहित कई वाहन हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने अपने सफर की शुरुआत साइकिल से की थी।
कोरोना लॉकडाउन के दौरान जब लोग अपने घरों में बोर हो रहे थे, तब सौरभ ने अपने भाई पीयूष जोशी के साथ यूट्यूब पर व्लॉगिंग चैनल शुरू किया ताकि उनकी बोरियत को दूर किया जा सके।
उनके इस फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी और उनकी मेहनत का नतीजा कुछ ऐसा निकला है कि उनके पास 20 मिलियन डॉलर हैं। यूट्यूबर सौरभ जोशी राज्य के बागेश्वर जिले के कौसानी के तोताशिलिंग क्षेत्र का रहने वाला एक लड़का है।
वर्तमान में वह राज्य के ओलिविया कॉलोनी, रामपुर रोड, हल्द्वानी, नैनीताल जिले में रह रहा है। हालांकि, सालों पहले उनके पिता हरीश जोशी रोजी-रोटी के लिए हरियाणा चले गए थे।
यहां वह लोगों के घरों में रंग रोगन, पुट्टी और पीओपी कर परिवार का भरण पोषण करता था। पिता हरीश के साथ सौरभ का बचपन भी हरियाणा में गुजरा। यहीं उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।
आपको बता दें कि सौरभ ने अपनी शुरुआती पढ़ाई हिसार के हांसी में की। इस दौरान वह साइकिल से अपने स्कूल जाता था।
इतना ही नहीं सौरभ जोशी ने करीब 20 लाख सब्सक्राइबर्स का सफर हरियाणा में ही पूरा किया। इसके बाद वह हल्द्वानी आ गया।