भारत में ज्वैलरी का काफी क्रेज है। भारत एक हब बन गया है और यहां सोने की खपत किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक है। भारत में गहनों का एक अलग ही क्रेज है। हर नारी का जीवन गहनों में बसता है। बात हीरों की भी हो तो किसी भी स्त्री का जीवन हीरे के गहनों में बसता है।
अभी तक कि सबसे बड़ी हीरे की है अंगुठी
लेकिन ये बात अलग है कि हीरा हर कोई नहीं खरीद पाता। लेकिन इसी पसंद और दीवानगी को समझते हुए हीरे की एक ऐसी अंगूठी बनाई, जिसे एक बार देखने के बाद बार-बार देखने का मन करेगा। क्योंकि हीरा हमेशा के लिए है।
केरल के एक जौहरी ने केरल में करीब 25 हजार हीरों से ऐसी अंगूठी बनाई, जिसने खुद ही वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया। संस्कृत शब्द ‘अमी’ के नाम पर बनी इस अंगूठी को मशरूम के आकार में बनाया गया था। जिसका अर्थ है ‘अमरता’।
अंगूठी का निर्माण SWA डायमंड्स द्वारा किया गया था। जिसके प्रबंध निदेशक अब्दुल गफूर अनादियन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को बताया कि मशरूम अमरता और दीर्घायु का प्रतिनिधित्व करता है।
इससे पहले सबसे ज्यादा हीरे जड़ित अंगूठियां बनाने का रिकॉर्ड केरल के कराथोड में था। यह 24,679 हीरों से जड़ा हुआ है, जो दुनिया में बनी सबसे बड़ी हीरे जड़ित अंगूठी है। इसका वजन 340 ग्राम है। सुश्री रिजिशा द्वारा डिजाइन की गई खूबसूरती से तैयार की गई हीरे की अंगूठी।
इस खूबसूरत अंगूठी को बनाने में SWA डायमंड्स को पूरे तीन महीने लगे। एसडब्ल्यूए डायमंड्स के एमडी अब्दुल गफूर अनादियन कहते हैं- ‘उन्हें बहुत खुशी है कि यह रिकॉर्ड केरल के नाम हो गया है।
सबसे पहले पिछला रिकॉर्ड मेरठ के एक जौहरी हर्षित बंसल के नाम था, जिन्होंने 2020 में 12,638 हीरों से एक अंगूठी बनाई थी। बंसल ने गेंदे के फूल की तरह दिखने वाली जीएम अंगूठी को ‘द मैरीगोल्ड’ नाम दिया था।