प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “गंगा विलास क्रूज” को हरी झंडी दिखाई, यह दुनिया का सबसे लंबा जलमार्ग बनने जा रहा है। गंगा विलास क्रूज के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यह उन लोगों के लिए एक शानदार अवसर है जो भारत के समृद्ध व्यंजनों का अनुभव करना चाहते हैं।
स्पा से लेकर होटल और जिम सब है इस क्रूज पर
यानी इस यात्रा में हमें भारत की विरासत और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। क्रूज टूरिज्म का यह नया दौर हमारे युवा साथियों को इस क्षेत्र में रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देगा।
यह नदी जहाज कुल 25 नदियों और 4 राज्यों और 2 देशों से होकर गुजरेगा जो उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम हैं। यह मोदी सरकार की अवसरवादी योजना “भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन” का हिस्सा है।
गंगा विला क्रूज को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का यह दशक भारत में बुनियादी ढांचे के कायाकल्प का दशक है. इस दशक में भारत की जनता आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की वह तस्वीर देखने जा रही है, जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल था।
यह विदेशी पर्यटकों, देश के उन पर्यटकों के लिए आकर्षण बनने जा रहा है जो पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे… अब वे पूर्व-उत्तर पूर्व भारत का रुख भी कर सकेंगे। गंगा विलास क्रूज बनारस से शुरू होकर बांग्लादेश में ढाका होते हुए डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। इस दौरान यह 3200 किलोमीटर का सफर 51 दिनों में पूरा करेगी।
क्रूज में यात्रियों को फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी. इसकी लंबाई 62, चौड़ाई 12 मीटर और ऊंचाई 9 मीटर है। गंगा विलास भारत में बना पहला रिवर क्रूज है। दुनिया के इस सबसे बड़े क्रूज में फर्नीचर से लेकर हर चीज हाथ से बनी है।
इस क्रूज को दो मंजिला बनाया गया है। क्रूज में 18 सुइट्स हैं। यहां ओपन स्पेस बालकनी, जिम, स्टडी रूम, लाइब्रेरी भी है। मनोरंजन के लिए गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। स्पा, सैलून के साथ मेडिकल सुविधाएं भी मिलेंगी।