देश में कोरोना का नया वैरिएंट मिलने के बाद सरकार एहतियात बरत रही है. प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इलाज के साथ ही रोकथाम के सभी उपायों पर मंथन कर रहा है।
स्कूलों में शुरू होगा जागरूक करने के लिए शिविर
सबसे पहले पुराने निवारक उपाय लागू किए जा रहे हैं इसी कड़ी में प्रदेश के स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक बार फिर से मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. छात्रों और शिक्षकों को मास्क पहनकर ही स्कूल आना होगा।
यह नियम निजी और सरकारी दोनों स्कूलों पर लागू होगा। इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग का पालन करना होगा, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा।
इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग का पालन करना होगा, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा. कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए शिक्षा महानिदेशक वंशीधर तिवारी ने बुधवार को ये आदेश जारी किए हैं।
इसके मुताबिक सभी निजी और सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल में हर कर्मचारी, शिक्षक और बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए।
बिना मास्क के प्रवेश सख्त वर्जित है और आदेश में यह भी कहा गया है कि स्कूलों में पुनः बड़े पैमाने पर कोविड को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि कोविड के आने वाले खतरे को पहले ही टाला जा सके. स्कूल थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजर की व्यवस्था करेंगे।
आदेश में केंद्र सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उस पत्र का हवाला दिया गया है, जिसमें सर्दी बढ़ने के साथ ही देश में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई गई है।
इसे देखते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का हर कीमत पर पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में कार्रवाई के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के साथ ही जिलाधिकारी, सीएमओ व समस्त प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व अनुमंडलीय अपर निदेशक को भी पत्र भेजा है.