हम सब जानते हैं कि साल 2020 का हम पर क्या असर पड़ा है, कोरोना ने हम सबको बहुत रुलाया है, एक बार फिर से इसकी वापसी हो रही है। चीन में मामले एक बार फिर बढ़ रहे है।
चीन में सभी हॉस्पिटल और मुर्दाघरों में लगी लंबी लाइन
अस्पताल या मुर्दाघर में कोई सीट नहीं है। लेकिन यह बहुत अच्छी बात है कि लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हैं और उन्हें पता है कि उन्हें क्या सावधानियां बरतनी हैं। अधिकांश आबादी को भी टीका लगाया जाता है इसलिए जोखिम कम होता है।
चीन समेत 5 देशों में कोरोना की स्थिति खराब हुई है। हालत यह है कि आपस में लाशों के ढेर लगे हैं। कोरोना का खतरा एक बार फिर बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर कोरोना को लेकर डराने वाली खबर आ रही है। खासकर 5 विकसित देशों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। चीन में कोरोना पाबंदियों में ढील के बाद संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
स्थिति इतनी गंभीर है कि अस्पतालों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं. दवाएं कम हो गई हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र लिखकर सभी राज्यों को अलर्ट किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि सभी पॉजिटिव मामलों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएं, ताकि समय रहते कोरोना के संभावित नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
दुनिया के तमाम देशों में जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए कोविड की इस लहर के पीछे एक नए वैरिएंट के होने की आशंका जताई जा रही है. दुनिया एक बार फिर कोरोना की नई लहर से हिल गई है।
चीन, जापान, ब्राजील, अमेरिका समेत कई देशों में संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। ऐसे में भारत के अंदर भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले तीन महीने के अंदर दुनिया के 10 फीसदी से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं।