अब, यदि आपके पास एक इलेक्ट्रिक वाहन है और आप पर्वतीय क्षेत्र की यात्रा करने में हिचकिचा रहे हैं तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है कि आप फंस सकते हैं। सरकार यात्रा मार्ग पर ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रही है।
हर 30 km की दूरी पर लगेंगे चार्जिंग पॉइंट
उत्तराखंड सरकार हर तीस किलोमीटर पर चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बना रही है। इससे आप उत्तराखंड के 7 जिलों में इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य सरकार ने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के लिए इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया है।
दरअसल उत्तराखंड में पर्यटन को इको फ्रेंडली बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पहले केंद्र सरकार के सामने यह प्रस्ताव रखा था। मौजूदा समय में चार धाम रूटों पर इलेक्ट्रिक कारों और बसों की बैटरी की एक निश्चित क्षमता होती है।
तय किलोमीटर की दूरी पूरी करने के बाद उन्हें चार्ज करने की जरूरत है। चार्जिंग पॉइंट्स की अनुपलब्धता के कारण यात्री इलेक्ट्रिक वाहनों में लंबी दूरी की यात्रा करने में संकोच करते हैं। चारधाम मार्ग की लंबाई 900 किमी से अधिक परिवहन विभाग ने ई-चार्जिंग स्टेशनों के लिए धामों को जोड़ने वाले सीधे मार्गों और लिंक मार्गों का प्रस्ताव दिया है।
चार धाम यात्रा रूट में मुख्य रूप से उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, हरिद्वार जिले शामिल हैं। चार धाम रूट से जाहिर है कि इन जिलों में ई-चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। यानी उत्तराखंड के 7 जिलों में आप इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल कर सकेंगे।