कुमाऊं क्षेत्र गुलदारों से काफी प्रभावित है, हाल ही में अल्मोड़ा के रानीखेत में भी मादा गुलदार को मारने के बाद भी गुलदार का खतरा कम नहीं हुआ है।
बाघिन की मौत के बाद इलाक़े में ज्यादा हुआ ज्यादा सक्रिय
उसके बाद एक और गुलदार की दहाड़ से इलाका दहल उठा। माना जा रहा है कि महिला गुर्गे की हत्या से गुर्गा गुस्से में आ गया। दरअसल, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत की कुंवाली घाटी के डेना गांव में आदमखोर मादा गुलदार की मौत के बाद भी संकट टला नहीं है।
साथ छूटने से बौखलाए नर गुलदार ने बीती देर रात से ही गांव में मंडराना शुरू कर दिया है। थेवपंचायत ने बताया कि सुबह भी गर्जना और पुड़िया की आवाज सुनाई दी।
उधर, आदमखोर मादा गुर्गे को निशाना बनाने वाले शिकारी राजीव सोलोमन ने खुलासा किया कि बूढ़े मोहन राम को मादा गुर्गे ने मारा था। उन्होंने यह भी कहा कि आए दिन नर गुलदार मादा साथी की तलाश में भटक रहा होता है। संभव है कि वह कुछ समय बाद क्षेत्र छोड़ दें।
दरअसल, 29 नवंबर की शाम द्वाराहाट प्रखंड के दायना गांव में 65 वर्षीय मोहन राम को एक महिला गुर्गे ने अपना शिकार बना लिया। सोमवार शाम करीब सात बजे घटनास्थल के पास पहुंची महिला गुर्गे की मौत हो गई। रात में उसके शव को वन्यजीव अस्पताल अल्मोड़ा ले जाया गया।
आधी रात से दूसरे गुलदार की गर्जना से क्षेत्र दहल उठा। माना जा रहा है कि मादा की हत्या से नर गुलदार नाराज हो गया है। ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में फिर से गश्त करने की गुहार लगाई है.