उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम शुष्क जरूर है, लेकिन प्रदेश में सुबह-शाम सिहरन शुरू हो गई है।
साल के अंत में हो सकता है भारी हिमपात
इस बीच मौसम विभाग ने इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान जताया है. दिसंबर के पहले सप्ताह से कड़ाके की ठंड का प्रकोप शुरू हो जाएगा, जो 31 जनवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, देहरादून, मसूरी चकराता, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में बर्फबारी हुई है।
ऐसे में लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें किसी भी प्रकार की बीमारी हो सकती है। इस दौरान पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी होगी, वहीं निचले इलाकों में कोहरे और शीतलहर के कारण लोगों को हाड़ कंपा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस साल की सर्दी पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक में जनजीवन ठिठुराएगी, हालांकि इससे रबी की फसल को फायदा होगा। इस बार ठंड नए रिकॉर्ड बना सकती है। नवंबर के आखिरी सप्ताह से ठंड बढ़ने लगेगी। इसके बाद अगले दो-तीन महीने कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
नवंबर के अंतिम सप्ताह तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है। इन दिनों बिना बारिश के ही कई इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। राजधानी देहरादून में अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे है।
कई इलाकों में तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है। वहीं, खराब मौसम के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। हेमकुंड साहिब समेत कई इलाके बर्फ की भारी चादर से ढके हुए हैं, यहां अभी भी बर्फबारी जारी है।