प्लास्टिक कचरा पर्यावरण से जुड़े सबसे बड़े खतरों में से एक है। हर देश इस समस्या से पूरी दुनिया के लिए निपटने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हमारी भारतीय सेना ने देहरादून में प्लास्टिक कचरे का इतना बड़ा इस्तेमाल किया है कि आप उन्हें एक बार फिर से सलाम करने को मजबूर हो जाएंगे.
हर उम्र वर्ग के लिए बनेगा रनिंग ट्रैक
हम आपको बताना चाहते हैं कि भारतीय सेना देहरादून के महिंद्रा ग्राउंड में देश का पहला ऑल-एज-ऑल-वेदर रनिंग ट्रैक बना रही है। खास बात यह है कि टाइल्स और शेड यह है कि इन्हें प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल यानी प्लास्टिक वेस्ट से बनाया जा रहा है। यह ट्रैक 850 मीटर लंबा होगा।
पिछले कुछ महीनों से काम ने रफ्तार पकड़ी है। यह अपनी तरह का पहला ट्रैक होगा क्योंकि यह देश में सभी मौसम में चलने वाला ट्रैक है जिसमें प्लास्टिक अपशिष्ट पदार्थ का उपयोग किया जा रहा है।
ट्रैक बनाने के लिए छावनी क्षेत्र से प्लास्टिक कचरा एकत्र कर रिसाइक्लिंग के लिए एक कंपनी को भेजा जाता है. कंपनी शेड, टाइल्स, बोर्ड आदि बनाती है और भेजती है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक के बनने से सबसे ज्यादा फायदा युवाओं को होगा।
पहले बारिश के मौसम में अभ्यास नहीं कर पाने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन इस ट्रैक पर वे प्रतिदिन अभ्यास कर सकेंगे। मैदान में मैराथन व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ट्रैक के किनारे डिस्प्ले लगाए जाएंगे, ताकि चलते समय पता चल सके कि कितना रन चला है। डिस्पले के माध्यम से युवाओं को जागरूक करने का भी प्रयास किया जाएगा। जमीन को इस तरह से बनाया गया है कि हर उम्र के लोग किसी भी तरह के मौसम में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
मैदान में ट्रैक के किनारे बेंच लगाई जाएंगी, मोबाइल टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है। इन्हें बनाने में प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल का भी इस्तेमाल किया गया है। मैदान के चारों तरफ सोलर लाइट लगाने की भी योजना है।
अभी तक ट्रैक का 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। देहरादून ऑल वेदर रनिंग ट्रैक का बचा हुआ काम भी चार से पांच माह में पूरा कर लिया जाएगा।