दिल्ली और एनसीआर के लोग बढ़ते प्रदूषण से तंग आ चुके हैं और इस वजह से दिल्ली से कई पर्यटक शुद्ध हवा लेने के लिए उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं. इसके चलते नैनीताल में बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं।
होटल से लेकर पार्किंग तक सब हुया फुल
नैनीताल से मसूरी तक के स्थान पर्यटकों से भरे हुए हैं और शहर में कोई जगह नहीं बची है यहाँ तक कि वाहनों को पार्क करने के लिए भी जगह नहीं है। सबसे पहले बात करते हैं लेक सिटी नैनीताल की।
रविवार को वीकेंड पर नैनीताल पर्यटकों से गुलजार रहा। रविवार को रोपवे में 698, चिड़ियाघर में 889, बॉटनिकल गार्डन में 769, वाटरफॉल में 770 और केव गार्डन में करीब 750 पर्यटक आए।
दिल्ली से आए पर्यटकों का कहना है कि मैदानी इलाकों में पराली जलाने के बाद दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा समेत अन्य इलाकों की हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है।
ऐसे में दिवाली के बाद नैनीताल समेत आसपास के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है. शनिवार और रविवार के कारण नैनीताल के अलावा भीमताल, नौकुचियाताल समेत अन्य जगहों पर भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे।
अल्मोड़ा भवाली हाईवे पर कांची धाम के पास वीकेंड होने से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जिससे जाम के कारण घंटों वाहन सड़कों पर रेंगते रहे। यही हाल अन्य पर्यटन स्थलों का भी था। दिल्ली के प्रदूषण के कारण उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों ने कारोबारियों में उत्साह जगा दिया है। आने वाले दिनों में भी उत्तराखंड में पर्यटकों की आमद जारी रहने की उम्मीद है।