समारोह या पार्टी में हम प्लेटों का प्रयोग जरूर करते हैं। इसलिए, हम चाय की दुकान पर चाय पीने के लिए चाय के कप का उपयोग करते हैं। बाजार में आए दिन कई तरह के प्लेट और कप आते रहते हैं।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी थाली और चाय के कप के बारे में बताएंगे, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. आइए हम आपको बताते हैं देश देश में कई ऐसे बायसनेस के बारे में जिन्होंने सफलतापूर्वक अलग-अलग तरह के स्टार्टअप शुरू किए हैं।
ऐसा ही एक अनोखा स्टार्टअप पुनीत दत्ता ने शुरू किया था, जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। पुनीत दत्ता एक ऐसे उद्यमी हैं जिन्होंने हर समारोह के बाद लोगों के कारण होने वाले प्रदूषण को देखा और एक प्लेट और चाय की प्याली पेश करके इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जिसे खाया भी जा सकता है।
जी बिल्कुल सही सुना आपने। पुनीत दत्ता आटे और गुड़ की मदद से ऐसी प्लेट और चाय के प्याले बनाते हैं जिन्हें इस्तेमाल के बाद भी खाया जा सकता है. थाली में कुछ खाने के बाद लोग उस थाली को खा भी सकते हैं. तो चाय के प्याले में चाय पीने के बाद आप इसे प्याले में भी खा सकते हैं।
पुनीत गुप्ता को ऐसे स्टार्टअप का आइडिया तब आया जब वे वृंदावन जा रहे थे। दरअसल, पुनीत जब वृंदावन जा रहे थे तो उन्होंने देखा कि नदी में कुछ तैर रहा है।
करीब से देखने पर पता चला कि यह थर्मोकोल से बनी प्लेट है। यह देखकर पुनीत को बहुत दुख हुआ। उन्होंने सोचा कि इस तरह अगर हमारे देश में थर्मोकोल की प्लेटों का इस्तेमाल किया जाएगा तो गंदगी बढ़ेगी और इससे ओयर पर्यावरण को नुकसान होगा।
जिसके बाद उन्हें एक शख्स नजर आया, जो होटल में पूरी और छोले खा रहा था. वह बार-बार दुकानदार से थाली मांग रहा था, लेकिन उसे थाली नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने पूरी प्लेट ही बना ली।
आपको बता दें कि इसे देखने के बाद पुनीत के दिमाग में ये ख्याल आया कि वो भी ऐसी प्लेट और चाय के कप बना सकते हैं. जिसे इस्तेमाल के बाद भी खाया जा सकता है। इस तरह हमारे देश में गंदगी नहीं बढ़ेगी और लोग चाय पीने के साथ-साथ कुछ भी खा सकते हैं। आज पुनीत इससे लाखों कमा रहे हैं।