चकाचौंध से भरी बॉलीवुड दुनिया में जहां कुछ स्टार अपनी शोहरत एवं दौलत के नाम से जाने जाते हैं, वहीं कुछ ऐसे स्टार्स भी है जो अपनी भारतीय सभ्यता को लेकर मशहूर हैं । बॉलीवुड के कुछ ऐसे स्टार्स है जो अपनों से बड़ों को इज़्ज़त देने में तथा पैर छूने में कभी पीछे नहीं हटते फिर चाहे वो कोई अवार्ड समारोह हो या कोई प्रोग्राम । अक्षय कुमार बॉलीवुड के सबसे सभ्य कलाकारों में से एक हैं । इनकी पहचान सबसे अलग और बेहतर है। अक्षय कुमार अपनों से बड़ों बहुत इज़्ज़त देते हैं । अक्षय कुमार को 48 वें फ़िल्म फ़ेस्टिवल के दौरान अमिताभ बच्चन के पैर छूते देखा गया था ।बॉलीवुड के दबंग कहे जाते वाले सलमान खान अपनों से बड़ों की इज़्ज़त का बख़ूबी ध्यान रखते हैं । फ़िल्मी दुनिया की उभरती छवि के रूप में जाने जाने वाले रणवीर सिंह अपनों से बड़ों के पैर छूने में कभी शर्म नहीं करते । बॉलीवुड एक्टर रणवीर कपूर भी कई बार अपनों से बड़ों के पैर छूते नज़र आए । अपनों से बड़ों को सम्मान देना भारतीरय संस्कृति की अद्भुत पहचान है । और इस संस्कृति को क़ायम रखना हमारी ज़िम्मेवारी । बॉलीवुड में अपने आप को साबित करना एक बहुत बड़ी बात है । और उस पहचान को बनाए रखना एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी । इस पहचान को बरकरार रखने के लिए बहुत मेहनत लगती हैं । बॉलीवुड अभिनेता वरूण धवन भले ही आज के ज़माने के हैं परंतु अपनों से बड़ों की इज़्ज़त रखना वो बेहतर तरीक़े से जानते हैं ।बॉलीवुड दुनिया के किंग शाहरुख़ खान भी कई मौक़ों पर अपनों से बड़ों के पैर छूते नज़र आ चुके है।मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा भी ज़मीन से जुड़े हुए इन्सान है । उनके शो पर अक्सर बड़े बड़े कलाकार पहुँचते है । इस दौरान वे अपनों से बड़ों के पैर छूते नज़र आ चुके है ।
क्या पैर छूने के इन वैज्ञानिक कारणों के बारे में जानते हैं आप?
पैर छूना सिर्फ एक परंपरा नहीं बल्कि अपने आप में एक विज्ञान है। इस विज्ञान में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी तीनों समाहित हैं। जानने के लिए देखें अगली स्लाइ. पैर छूने के लिए हम आगे की तरफ झुकते हैं और अपने दाहिने हाथ से बाया पैर और बाएं दाथ से दाहिना पैर छूते हैं। इस प्रक्रिया में हम ऊर्जा चक्र पूरा करते हैं। विज्ञान के अनुसार, हमारे शरीर में सिर की तरफ से ऊर्जा का प्रवेश होकर पैरों की तरफ इसका प्रवाह होता है। विज्ञान में सिर को उत्तरी ध्रुव और पैरों को दक्षिणी ध्रुव माना गया है। जब हम बड़ों के पैर हाथों से छूते हैं तो विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा का चक्र पूरा हो जाता है। गुरुत्वाकर्षण के नियम के आधार पर शरीर के दक्षिणी ध्रुव यानी पैरों में ऊर्जा का केंद्र बन जाता है। पैर छूने से ऊर्जा के उस अथाह भंडार से हमें नई ऊर्जा प्राप्त होती है। इसलिए मां, गुरु और आदरणीय व्यक्तियों के पैर छूने की सलाह दी जाती है, ताकि हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। पैर छूने का मनोविज्ञान यह है कि पैर छूकर हम दूसरों के प्रति आदरभाव को दर्शाते हैं। इससे हमारे अंदर विनम्रता का भाव आता है। हम जिस व्यक्ति के पैर छूते हैं वह आशीर्वाद देने के लिए हमारे सिर पर हाथ रखते हैं। यह स्पर्श हमें सुरक्षा का अहसास देता है। पैर छूने का मनोविज्ञान यह है कि पैर छूकर हम दूसरों के प्रति आदरभाव को दर्शाते हैं। इससे हमारे अंदर विनम्रता का भाव आता है। हम जिस व्यक्ति के पैर छूते हैं वह आशीर्वाद देने के लिए हमारे सिर पर हाथ रखते हैं। यह स्पर्श हमें सुरक्षा का अहसास देता है। धार्मिक आचरण के आधार पर देखें, तो बड़ों के पैर छूने से हमें हर रोज उनसे सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है, जिसे आयु वृद्धि का कारक माना गया है। पैर छूने के लिए झुकना, बैठकर पैर छूना या दंडवत होकर प्रणाम करना अपने आप में एक व्यायाम है। ऐसा करने से शरीर सक्रिय होता है और बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। मस्तिष्क से ही हमारा शरीर संचालित होता है। आगे की तरफ झुकने से दिमाग की नसों में रक्त का संचार बढ़ता है और हम ताजगी का अहसास करते हैं। इन्ही कारणों से पैर छूने या चरण स्पर्श को धर्म और आचरण से जोड़ दिया गया।
बड़ों के पैर छूने के पीछे है विज्ञान, किसी के चरण स्पर्श करने से पहले जान लें यह 10 बातें….
वैज्ञानिकों की मानें तो इंसान के शरीर के चारों तरफ एक आभामंडल यानी aura होता है। हमारे विचारों और व्यव्हार के बदलने पर हमारे शरीर का आभामंडल भी बदलता है . जब हम किसी के पैर छूते हैं तो वह किसी के प्रति समर्पण और विनीत के भाव को दर्शाता है। किसी के पैर छूने पर तुरंत मनोवैज्ञानिक असर ( Psychological effect ) पड़ता है। इस मनोवैज्ञानिक असर से हमारे अंदर प्रेम, आशीर्वाद और संवेदना का आभास होता है। यह भी पढ़ें- सांप के जहर को चुटकियों में बेअसर कर देगा ये पौधा, ऐसे करें इस्तेमाल.आशीर्वाद लेने वाले व्यक्ति पर यह असर विज्ञान ही है। बड़े-बुजुगों के आशीर्वाद हमारे सौभाग्य को अच्छा बनाने में मदद करते हैं। शास्त्रों के अनुसार, बड़ों को नियमित प्रणाम करने से आयु, विद्या, यश, बल बढ़ता है। किसी बड़े और अपने प्रिय के पैर छूने से नकारात्मक सोच-विचारों से मुक्ति मिलती है। पैर छूने वाले व्यक्ति को एक बात ध्यान देनी चाहिए कि जिसके पैर आप छूते हैं उनका आचार-व्यवहार, आचरण अच्छा होना चाहिए। बता दें कि व्यक्ति अगर दुष्प्रवृत्ति का है तो उसका पैर छूने से लाभ नहीं मिलता। यह भी पढ़ें- ये छोटी-सी पत्ती दिलाएगी गंजेपन से छुटकारा, इन बीमारियों में भी होगा फायदा. यह भी पढ़ें- एसिडिटी से पाना है छुटकारा तो रोजाना पानी के साथ लें इस जड़ी बूटी का चूर्ण..