उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर लगातार विवादों में रहा है। आयोग द्वारा आठ भर्ती परीक्षाएं कराई जाती हैं, लेकिन भर्ती परीक्षाओं को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि या तो उन्हें रद्द कर दिया जाएगा या बढ़ा दिया जाएगा।
8 परीक्षाओ की जांच के लिए समिति का गठन
अब परीक्षा पर ताजा अपडेट यह है कि इन भर्तियों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। यह समिति शीघ्र जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी, उनकी रिपोर्ट के आधार पर आयोग यह तय करेगा कि परीक्षाओं को रद्द किया जाए या आगे बढ़ाया जाए।
जिन रिक्तियों की जांच की जाएगी उनमें एलटी भर्ती (1431 पद), उत्तराखंड व्यक्तिगत सहायक (600 पद), कनिष्ठ सहायक (700 पद), पुलिस रैंकर्स भर्ती (250 पद), वाहन चालक भर्ती (164 पद), कार्यशाला प्रशिक्षक ( 157 पद हैं। ), मत्स्य निरीक्षक भर्ती (26 पद) और मुख्य कांस्टेबल पुलिस दूरसंचार भर्ती (272 पद)।
इन भर्तियों के हर पहलू की जांच करने के बाद समिति अपनी रिपोर्ट आयोग को देगी, रिपोर्ट के आधार पर भर्ती का भविष्य तय किया जाएगा। आपको बता दें कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आठ भर्तियां पेपर लीक विवादों में फंसी हुई हैं। इनमें से चार रिक्तियां ऐसी हैं, जिनकी चयन अनुशंसा अग्रेषित की जानी है।
इस बीच आयोग के नए अध्यक्ष जीएस मरतोलिया के नेतृत्व में मंगलवार को आयोग की बोर्ड बैठक हुई. जिसमें आठ भर्तियों पर गंभीरता से विचार किया गया। इन भर्तियों को लेकर नवनियुक्त अध्यक्ष जीएस मेर्टोलिया ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।
इन भर्तियों को लेकर नवनियुक्त अध्यक्ष जीएस मेर्टोलिया ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। जिसमें एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, एक कानूनी विशेषज्ञ और एक आईटी विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। आयोग के अध्यक्ष द्वारा तीन सदस्यों का चयन किया जाएगा। यह समिति जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट यूकेएसएसएससी को सौंपेगी, रिपोर्ट के आधार पर भर्ती को आगे बढ़ाने या रद्द करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।