May 30, 2023

हरिद्वार पर मुलायम सिंह अस्थि विसर्जन करने पर क्यों भड़के संत समाज, जानिए क्या है माजरा

कुछ दिनों पहले यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित की गईं। सारी रस्में उनके बेटे अखिलेश यादव ने ही निभाईं, लेकिन इसी बीच अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे पुरोहित समाज नाराज और परेशान है।

ऐन मौके पर घाट बदलने से नाराज हुआ संत समाज

मामला यह है कि मुलायम सिंह यादव की अस्थियां हरकी पैड़ी में नहीं बल्कि नमामि गंगे घाट पर विसर्जित की गईं. जिससे तीर्थयात्री नाराज हैं। तीर्थ पुजारी उज्जवल पंडित का कहना है कि अखिलेश यादव ने जिस तरह से नीलधारा में हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर अनुष्ठान किया, वह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. हरकी पैड़ी का विशेष महत्व है।

यहां सभी 13 अखाड़े कुंभ के दौरान स्नान करते हैं, जिनका विवरण हमारे ग्रंथों में भी मिलता है। अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव का अस्थि विसर्जन कार्यक्रम यहीं होना चाहिए था, लेकिन वीआईपी कल्चर के चलते अंत में कार्यक्रम में बदलाव किया गया।

मुलायम सिंह यादव और उनके परिवारों के सभी पूर्वजों की अस्थियां हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड में विसर्जित की गई हैं। लेकिन कुछ चापलूसों और विशेष सलाहकारों की वजह से उनकी सुविधानुसार यह कार्यक्रम रखा गया, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है।

तीर्थ पुजारी सौरभ सिखोला का भी यही कहना है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने पिता की अस्थियां हरकी पैड़ी में नहीं विसर्जित की, इससे साफ पता चलता है कि उनकी बुद्धि काम नहीं कर रही है।

आपको बता दें कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी व्यक्ति विशेष की अस्थियों को हरिद्वार के हरकी पैड़ी में नहीं बल्कि नमामि गंगे घाट पर विसर्जित किया गया. मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को निधन हो गया, उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली.

Vaibhav Patwal

Haldwani news

View all posts by Vaibhav Patwal →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *