सफलता एक ऐसी मंजिल है, जहां से कोई भी पहुंच सकता है, उसे इसके लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। सफलता मिलने में समय लग सकता है, लेकिन एक दिन सफलता जरूर मिलती है।
सिर्फ अपने नहीं दूसरों के बारे में भी सोचा और सवार दी हज़ारो की ज़िन्दगी
हालांकि ऐसा नहीं है कि सफलता सभी को मिलती है, लेकिन जो व्यक्ति मेहनत करता है उसे सफलता जरूर मिलती है। आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने नौकरी छोड़कर एक ऐसा बिजनेस शुरू किया जिससे न सिर्फ उसकी जिंदगी बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बेहतर हुई।
लगभग 40,000 महिलाओं की जीवन प्रत्याशा भी बेहतर हुई है। आज हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उसका नाम केवलराम है। केवलाराम भारतीय राज्य राजस्थान के बाड़मेर इलाके से ताल्लुक रखते हैं। आपको बता दें कि कहा जाता है कि राजस्थान के लोग नौकरी से ज्यादा बिजनेस में होते हैं।
राजस्थान हमारे भारत का एक ऐसा राज्य है जहां से सबसे ज्यादा व्यापारी निकलते हैं। हालांकि कारोबार के मामले में हमारा भारतीय राज्य गुजरात भी पीछे नहीं है। हमारे देश के बड़े उद्योगपति भी गुजरात के निवासी हैं। लेकिन राजस्थान को भी व्यापार के लिए ही माना जाता है।
जब केवलाराम केवल 15 वर्ष के थे, तब उन्होंने हस्तशिल्प की कला सीखी। जिसके बाद उन्हें कई जगह अलग-अलग कंपनियों में रोजगार मिल। लेकिन उन्हें कई अलग-अलग कंपनियों में सैलरी के तौर पर सिर्फ ₹25000 ही मिलते थे।
कई साल काम करने के बाद भी उनका वेतन नहीं बढ़ा। जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह अपनी कला को व्यवसाय बनाएंगे। जिसके बाद उन्होंने साल 2017 में एक बिजनेस शुरू किया।
आपको बता दें कि वह अपने काम में इतने कुशल थे कि शुरुआती दिनों में उन्होंने अपने गांव के आसपास के 3-4 गांवों को ही कच्चा माल देना शुरू किया. लेकिन बिजनेस शुरू करने के करीब 4 साल बाद उनका बिजनेस काफी मशहूर हो गया। लगभग 50 से 60 गांवों की महिलाएं उनसे कच्चा माल लेकर उत्पाद तैयार करती हैं। उनके बिजनेस का सालाना टर्नओवर करीब 40 से 50 लाख रुपए है।