June 8, 2023

खुद का बचपन बीता मुफलिसी में, पर अब बेटियों के लिए हर साल दान करते है 50 लाख रुपये

भारतीय राज्य राजस्थान के झुंझुनू क्षेत्र के निवासी 95 वर्षीय डॉक्टर घासीराम वर्मा ने समाज के लिए जो कुछ किया है, उसके बाद उन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। आपको बता दें कि सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में लोग घासीराम वर्मा को जानते हैं। घासीराम वर्मा आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल भी होते रहते हैं और चर्चा में भी बने रहते हैं।

जानिए क्या है घासीराम के पैसे कमाने के तरीके

घासीराम वर्मा के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि वह अपनी संपत्ति से लाखों रुपये बेटियों की शिक्षा पर खर्च करते हैं। घासीराम वर्मा एक ऐसे शख्स का नाम है जो बेटियों की पढ़ाई पर हर साल करीब 50 से 60 लाख रुपये खर्च करता है।

घासीराम वर्मा की उम्र की बात करें तो उन्होंने अपने 95 झरने पूरे किए। हाल ही में अगस्त के महीने में उन्होंने अपना 95वां जन्मदिन मनाया। घासीराम वर्मा के पेशेवर जीवन की बात करें तो वे अमेरिका में गणित के पहले प्रोफेसर रह चुके हैं।

लेकिन अब वह उस विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त होने के बाद भी घासीराम वर्मा करोड़ों रुपये कमाते हैं। घासीराम वर्मा के आय स्रोतों की बात करें तो उनकी बड़ी रकम पेंशन के रूप में आती है। तो साथ ही वह अलग-अलग जगहों पर निवेश भी कर रहे हैं, साथ में वो साल में करीब एक करोड़ रुपए कमाते हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि साल में करीब एक करोड़ रुपये कमाने के बाद वह इस रकम का आधा हिस्सा राजस्थान की बेटियों की पढ़ाई पर खर्च कर देते हैं. घासीराम वर्मा ने अपनी जिंदगी के 64 साल अमेरिका में गुजारे हैं। लेकिन अब वह भारत में रहता है। एनजीओ से जुड़कर राजस्थान की बेटियों की शिक्षा के लिए पैसे दान करें।

अमेरिका में कर चुके है 64 साल काम

एक इंटरव्यू में घासीराम वर्मा ने बताया कि, ”गांव सिगडी में स्कूल न होने के कारण वह 5 किमी दूर पड़ोस के गांव वाहिदपुरा में प्राइवेट स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा लेने जाता था. पिलानी से आगे की पढ़ाई पूरी की. वहीं हॉस्टल में रहा।

दसवीं की परीक्षा के बाद छुट्टियों में गांव नहीं जाता था और हॉस्टल में रहकर चार-पांच बच्चों की ट्यूशन लेता था। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीए और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से एमए करता था।

Vaibhav Patwal

Haldwani news

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