अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सियासी घमासान जारी है. पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और हत्यारों को फांसी देने की मांग की जा रही है. इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है
गुनहगारों की संपत्ति बेचकर मुआवजा देने का दिया सुझाव
इस फैसले पर मशहूर शायर कुमार विश्वास ने सवाल उठाए हैं. कुमार विश्वास ने ट्वीट में लिखा कि ‘लेकिन क्यों? सत्ता के अहंकार में डूबे उस नीच दुर्योधन के कुकर्मों की भरपाई करदाता के पैसे से क्यों की जाएगी?
उन्होंने कहा कि सारा पैसा बेटी के परिवार को उस नारदधाम के रिसॉर्ट और संपत्तियों की नीलामी कर दिया जाए. क्या अनाचार, बेलगाम लड़के और राजनीतिक परिवार के संरक्षण में पले-बढ़े लोग?’ ऐसे में डॉ. कुमार विश्वास की इस पोस्ट ने एक नई बहस छेड़ दी है।
ट्वीट के वायरल होते ही डॉ. कुमार विश्वास के बयान पर कमेंट करने वालों की लाइन लग गई. ज्यादातर यूजर्स अपने तर्क से सहमत होते हुए कमेंट लिख रहे हैं। एक यूजर दीपक चतुर्वेदी ने लिखा कि ‘आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, वे सत्ता के लालच में बैठे हैं, अंकिता के परिवार को मुआवजे की घोषणा इस तरह कर रहे हैं कि उनके परिवार की संपत्ति सरकारी खजाने में भर जाए?
विनोद आर्य की सारी संपत्ति कुर्क करके अंकिता को मुआवजा नहीं दिया जा सकता, मूर्खों को पता नहीं क्या?’। इसी तरह प्रिंस तिवारी लिखते हैं, ‘आपने सही काम किया है. राजनीति के ये धृतराष्ट्र हर समस्या का एक ही समाधान जानते हैं मुआवजा।
चाहे वह हत्या का मामला हो या व्यभिचार का। कुलभूषण सिंह कहते हैं, ‘कुछ नहीं होगा, वह सत्ताधारी दल के नेताओं के बेटे हैं, हर कोई घड़ियाली आंसू रो रहा है ताकि बाद में कोई न कहे कि अंकिता के लिए कुछ नहीं कहा, क्योंकि उसे सत्ता पक्ष के लोगों ने मार डाला था।
आप वहां जाकर अंकिता के लिए इंसाफ की मांग क्यों नहीं करते? मगरमच्छ के आंसू मत बहाओ।