उत्तराखंड वासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है, खबरों के मुताबिक जल्द ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के बीच की दूरी कम होने वाली है। यह तब संभव होगा जब फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाएगा, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। हां.. केंद्र ने 42.30 किलोमीटर नजीबाबाद-अफजलगढ़ फोरलेन बाइपास के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
बताया गया है कि यह बाईपास करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा और इसे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के रूप में बनाया जाएगा. बता दें कि बाइपास बनने से गढ़वाल-कुमाऊं की दूरी करीब 17 किमी कम हो जाएगी, वहीं 1 घंटे तक का समय भी बचेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने इस हाईवे के याहट हिस्से को मंजूरी दे दी है जो 42.30 किलोमीटर है नजीबाबाद-अफजलगढ़ फोरलेन बाइपास उत्तर प्रदेश में होगा. बताया गया है कि इस बाईपास के बनने के बाद प्रदेश के कुमाऊं मंडल के लोगों को देहरादून, हरिद्वार जाने के लिए नगीना-धामपुर-शेरकोट-भूतपुरी जैसे छोटे शहरों से नहीं गुजरना पड़ेगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की सीमा में बनने वाले इस बाईपास का निर्माण कार्य और लोक निर्माण विभाग को दिए गए कार्य। इस संबंध में उत्तराखंड पीडब्ल्यूडी सचिव आरके सुधांशु ने कहा कि नजीबाबाद-अफजलगढ़ फोरलेन बाइपास को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. बाइपास बनने से न केवल कुमाऊं-गढ़वाल के बीच की दूरी कम होगी बल्कि गढ़वाल-कुमाऊं के लोगों की आवाजाही भी काफी आसान हो जाएगी।