जैसे ही मानसून का मौसम राज्य में आया, उत्तराखंड में बारिश ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। हाल ही में बद्रीनाथ हाईवे को लगातार दूसरे दिन सिरोबगढ़ में भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया था। वहीं अगर आज के मौसम की बात करें तो ज्यादातर इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है| मानसून आने के चंद घंटों के भीतर ही राज्य में भूस्खलन और अन्य कारणों से तीन दर्जन से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गईं| बताया जा रहा है कि सिरोबगढ़ के पास बद्रीनाथ हाईवे पर मलबा आने से जाम लग गया है. इस क्षेत्र में भारी वर्षा हो रही है।
इससे पहले सुबह बद्रीनाथ हाईवे चमोली के लामबगड़ क्षेत्र में मलबा आने के कारण दो घंटे के लिए बंद कर दिया गया था| बाद में मार्ग सात बजे खोला गया। यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से बद्रीनाथ धाम भेजा जा रहा है। अन्य चारधाम जिले उत्तरकाशी की बात करें तो यहां जिला मुख्यालय समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए हुए हैं. मुख्य क्षेत्र में बारिश की संभावना है।
अगर यहां चारधाम यात्रा की स्थिति की बात करें तो गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग दोनों धामों पर यातायात सुचारू है। उधर, भटवाड़ी समेत यमुनोत्री, जानकी चट्टी और मोरी इलाकों में हल्की बारिश हो रही है. गंगोत्री धाम में हल्के बादल छाए हुए हैं। मौसम सुहावना है और बाद में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, इस क्षेत्र में आज भी राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसे देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि जल स्तर बढ़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आज देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. इसके लिए अलर्ट जारी कर बागेश्वर की स्थिति को देखते हुए एसडीआरएफ की टीमों को स्टैंड बाई पर रखा गया है।