पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़े को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस भर्ती में हिस्सा लेने हरिद्वार आए सिपाही की पत्नी ठगी करते पकड़ी गई। इस मामले में आरोपी महिला उम्मीदवार को हिरासत में ले लिया गया है, साथ ही इस फर्जीवाड़े की कीमत भी उसके आरक्षक पति ने चुकाई है. उसे सस्पेंड कर दिया गया है। इन दिनों पुलिस लाइन रोशनाबाद, 40वीं बटालियन पीएसी और सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र में पुलिस कांस्टेबल और फायरमैन के पद के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है|
अभी इस पद के लिए फिजिकल चल रहा है जिसमें प्रतिदिन 400 से अधिक अभ्यर्थी फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट दे रहे हैं। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। मंगलवार को एक महिला प्रत्याशी का कद नापने के साथ ही उसका वजन किया गया। इसमें वह ठगी करते हुए पकड़ी गई थी।
इस प्रक्रिया के बाद, महिला अपने अगले कदमों को आगे बढ़ाती है। उन्होंने लंबी कूद और ऊंची कूद पूरी की। बाद में जब गेंद फेंकने की गतिविधि आई तो पहली की जगह दूसरी महिला प्रत्याशी को देखकर सीओ ऑपरेशन निहारिका सेमवाल को शक हुआ। कड़ी पूछताछ में पता चला कि महिला प्रत्याशी ने पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए धोखाधड़ी की थी।
जिसके बाद सीओ निहारिका सेमवाल ने इस मामले में एसएसपी को अवगत कराया। महिला प्रत्याशी अंजुम जायरा निवासी रोशनाबाद को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी प्रत्याशी हरिद्वार पुलिस लाइन में ही तैनात सिपाही की पत्नी है। मामले में एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने आरक्षक असलम के पति को भी सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने महिला प्रत्याशी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है. सिडकुल थाने में मामला दर्ज किया गया है।