इसमें कोई शक नहीं कि भारत एक ऐसा देश है जहां लोगों की अपने धर्म में गहरी आस्था है। हमारे देश में आपको ऐसे अनगिनत मंदिर मिलेंगे जो पूरी दुनिया में मशहूर हैं और उनमें कुछ रहस्य भी हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो हमारे देश में नहीं बल्कि एक मुस्लिम देश में है, जिसकी जड़ें भारत से सीधी और गहरी हैं।
आपको बता दें कि एक मुस्लिम देश में एक मंदिर मिलना बहुत ही आश्चर्यजनक है और मंदिर ही नहीं वहां एक प्राचीन मूर्ति है जिसमें भगवान नटराज यानी स्वयं भगवान शिव और अन्य देवता भी अच्छी स्थिति में हैं। तो आइए आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के रहस्यों से रूबरू कराते हैं। जिसके बारे में जानकर आप भी सोचने लगेंगे।
अधिकारियों के अनुसार यह एक ग्रीक मंदिर है जो समुद्र की गहराई में बिखरा हुआ पाया गया था। समुद्र में मंदिरों के अवशेषों के साथ-साथ कई प्रकार के आभूषण और कुछ मिट्टी के बर्तन भी मिले हैं। लेकिन सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इस मंदिर के पास नटराज के रूप में भगवान शिव की एक पत्थर की मूर्ति मिली है।
इस संबंध में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिस उत्तरी क्षेत्र में यह मंदिर मिला है वह मिस्र में है जिसे अटलांटिस भी कहा जाता है। भले ही आज मिस्र एक मुस्लिम देश है, हजारों साल पहले मिस्र को मंदिरों की भूमि के रूप में जाना जाता था| आपको बता दें कि इस मंदिर के अंदर कुछ तांबे के सिक्के और तरह-तरह के आभूषण मिले हैं, जिससे पता चलता है कि ये चीजें हजारों साल पुरानी हैं।
पुरातत्वविदों को इस मंदिर के साथ डूबी हुई नावें भी मिलीं, जिनमें से कुछ तांबे के सिक्के हैं जो राजा क्लाराडियस टॉलेमी दुती के शासनकाल के हैं! हेराक्लीज़ शहर को शुरू से ही मंदिरों का शहर माना जाता था लेकिन सवाल उठता है कि क्या उस समय वहां भगवान शिव की पूजा की जाती थी या ग्रीक मंदिरों में की जाती थी| क्योंकि समुद्र के तल पर इस मंदिर के साथ भगवान शिव की उपस्थिति बस आश्चर्यजनक है|