प्यार करने वाला व्यक्ति प्यार में पड़ने के बाद कुछ भी नहीं देख सकता है। अगर दोनों एक साथ रहना चाहते हैं तो वे उच्च और निम्न जाति के एक-एक बंधन को तोड़ देंगे। जैसा कि आपने सुना होगा कि प्यार अंधा होता है, उसे कुछ दिखाई नहीं देता, ऐसा मामला अयोध्या के नाडी गांव के भरतकुंड से सामने आ रहा है|
जहां बताया जाता है कि शिव कुमार वर्मा नाम के शख्स ने अंजलि नाम की लड़की से शादी की है| जोड़े ने वैदिक मंत्रोच्चार के तहत एक बहुत पुराने मंदिर में एक दूसरे के साथ सात फेरे लिए। अब आप लोग सोच रहे होंगे कि इसमें क्या खास बात है आजकल हर कोई शादी करता है। तो चलिए सीधे तौर पर आपको बता देते हैं कि इन दोनों की प्रेम कहानी में क्या खास बात है।
दूल्हा शिवकुमार एक सामान्य व्यक्ति है जबकि जिस लड़की से उसने शादी की है वह किन्नर है। लेकिन लड़का इन सब बातों को नज़रअंदाज कर अपने प्यार में परवान चढ़ गया। इस लड़के ने समाज के लिए एक मिसाल कायम की है। वही दूल्हे का कहना है कि उसकी मुलाकात अंजलि से करीब डेढ़ साल पहले हुई थी। उन्हें पता ही नहीं चला कि उनकी ये मुलाकात कब प्यार में बदल गई|
दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे और दोनों ने हमेशा के लिए शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया। लेकिन अंजलि के किन्नर होने के कारण शिव कुमार के परिवार वाले उनकी शादी के लिए तैयार नहीं थे। जिसके बाद दोनों ने मिलकर अपने घरवालों को समझाया और काफी मशक्कत के बाद बुधवार को दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली|
जानकारी से आपको बता दें कि शिव कुमार और श्री राम के भाई अंजलि एक दूसरे के साथ सात फेरे लेने भरत के तपोस्थली नदी गांव पहुंचे थे| ताकि शादी के दौरान दोनों को भगवान श्रीराम की कृपा मिल सके और दोनों अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत खुशी-खुशी कर सकें। नाडी गांव के एक प्राचीन मंदिर में पंडित अरुण कुमार तिवारी ने अग्नि को साक्षी मानकर दोनों का विवाह कराया। इस शादी में अंजलि की बहन और देवर कन्यादान किया। उनकी शादी के मौके पर गांव के लोग भी खूब जश्न मनाते नजर आए| गांव वाले इतने खुश हुए कि सभी ने एक-दूसरे का मुंह मीठा किया और दोनों को शादी की बधाई दी|