मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार (आज) को नई टिहरी के दौरे पर थे। सीएम बौरी स्टेडियम पहुंचे। उसके बाद नगर सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने जिले के पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत की| नई टिहरी में जन संवाद के दौरान उन्होंने संबोधित किया कि उनके नए सुझाव हमारे संकल्प कार्यक्रम तक पहुंचे, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याएं सुनीं और उनसे सीधे बात की|
सीएम ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड के आम लोगों के सहयोग से राज्य को अग्रणी राज्य बनाने का काम किया जाएगा| संवाद में ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री को मनरेगा योजना में आ रही समस्याओं से अवगत कराया| कहा कि मनरेगा में श्रम दिवसों की संख्या को 100 से बढ़ाकर न्यूनतम 150 दिन करने, मजदूरी की दर बढ़ाने और सामग्री की खरीद के लिए एक निश्चित फर्म स्थापित करने की आवश्यकता है।
सोमवार को आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बहुप्रतीक्षित नगर सभागार का उद्घाटन किया| उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायतों के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं की जानकारी दी। कहा कि सरकार ने प्रखंड प्रमुखों और जिला पंचायत अध्यक्षों के ग्राम प्रधानों के मानदेय में वृद्धि की है| पंचायतों को अधिकार दिया गया है। इसके लिए अपनी सरकार पोर्टल पर सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने जितनी भी घोषणाएं की हैं, उनका जनादेश जारी कर दिया गया है|
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मसूरी में कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया| इसके अलावा रुपये की पुनर्रचना पेयजल योजना का शिलान्यास किया। रुपये की लागत से 144.46 करोड़ और टाउन हॉल और मल्टी लेवल पार्किंग। 18.20 करोड़ का उद्घाटन किया। एमडीडीए के कार्यकारी अभियंता अतुल कुमार गुप्ता ने बताया कि टाउन हॉल में करीब एक हजार लोगों के बैठने की क्षमता है| 150 वाहनों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था है।
ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, ग्राम पंचायतों में वित्तीय प्रबंधन, कोविड संक्रमण काल में बेहतर कार्य कर रहे प्रधानों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया, जिनमें ग्राम प्रधान पतूर ग्राम लक्ष्मी देवी, मंदार संगीता रावत, जुगड़गांव सुशील देवी, कफी पार्वती देवी, चमसारी मंजीता देवी, सरकीना गुड्डी देवी, दयाली सत्यपाल मनवाल, कांडा किरण देवी, जामनी पिंकी देवी शामिल हैं| होल्ता रामलाल, जगती प्रेमलाल उनियाल, जोगियाना आरती देवी, रौतु की बेली भाग सिंह भंडारी, दीपिका, सैन धन सिंह, ओखला संगीता देवी, भैंसकोटि महावीर बिष्ट, जलवांगांव राजेश्वरी देवी और मंगसू दीपिका शामिल हैं।