पूरे उत्तराखंड के लिए पश्चिम बंगाल से दुखद खबर सामने आ रही है, यहां बीएसएफ में कार्यरत राज्य का एक वीर सपूत शहीद हो गया। शहीद जवान की पहचान मनोज कुमार के रूप में हुई है। बताया गया है कि शहीद मनोज राज्य के पिथौरागढ़ जिले का रहने वाला था| जवान की शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया है वहीं पूरे इलाके में शोक की लहर है| बता दें कि रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पर पहुंचते ही परिजन असंवेदनशील हो गए।
जहां एक तरफ उनकी आंखों से आंसुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही थी वहीं दूसरी तरफ शहीद के बेटे नैतिक का मासूम चेहरा देखकर वहां मौजूद कोई भी उसकी आंखों से आंसू नहीं रोक रहा था| परिवार के सदस्यों के अंतिम संस्कार के बाद शहीद का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान शहीद जवान को नम आंखों से विदाई देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी।
मिली जानकारी के अनुसार अभी तक राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गनई गंगोली तहसील के बसीखेत गांव के रहने वाले मनोज कुमार बीएसएफ में कार्यरत थे| वर्तमान में वे पश्चिम बंगाल में तैनात थे। बताया गया है कि बीते दिन वह ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। मनोज की शहादत की खबर जैसे ही उनके घर पहुंची, परिवार में कोहराम मच गया।
रविवार की सुबह जैसे ही बीएसएफ के जवान शव लेकर मनोज के घर पहुंचे, मनोज के मासूम बेटे नैतिक ने उसके पिता को सलामी दी और सलामी दी| यह भावुक कर देने वाला दृश्य देखकर वहां मौजूद कोई भी व्यक्ति अपनी आंखों से आंसू की धारा को रोक नहीं पाया। उदास माहौल में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के साथ, भारती मां का यह लाल हमेशा के लिए पांच तत्वों में विलीन हो गया।