उत्तराखंड में होनहार खिलाड़ियों की कमी नहीं है। लड़की हो या लड़का अगर एक खिलाड़ी ने अपने हाथ में कुछ लिया है तो वे किसी भी क्षेत्र में अपने लक्ष्य को पूरा करेंगे। बस उन्हें निखारने की जरूरत है और उसके बाद ये होनहार खिलाड़ी विश्व पटल पर सफलता का झंडा फहराएंगे। आज उत्तराखंड के एथलीट देश ही नहीं विदेशों में भी अपना नाम बना रहे हैं। इनमें से दो होनहार खिलाड़ी अंश नेगी और मनसा रावत हैं। इन दोनों होनहार लोगों को राज्य बधाई देता है।
दरअसल, दोनों खिलाड़ियों ने डेनमार्क में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। उन्होंने डेनमार्क में स्वर्ण पदक जीते हैं। डेनमार्क जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप जो 30 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक डेनमार्क में आयोजित की गई थी। अंडर फिफ्टीन वर्ग में उत्तराखंड के अंश नेगी ने स्पेन के खिलाड़ी को सीधे सेटों में 21-6, 21-12 से हराया।
इसके साथ ही अंडर 15 वर्ग में अंश नेगी ने स्वर्ण पदक जीता। अंडर 15 वर्ग के फाइनल में उत्तराखंड की मनसा रावत ने डेनमार्क की खिलाड़ी को सीधे सेटों में 21-8, 21-20 से हराया। दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर उत्तराखंड का नाम रौशन किया। इस जीत से उत्तराखंड बैडमिंटन संघ और परिवारों में खुशी की लहर है।
अंश नेगी ने अंडर-15 लड़कों का एकल खिताब जीतकर भारतीय दबदबा पूरा किया। एकतरफा फाइनल में अंश ने अमेरिका के गैरेट टैन को 36 मिनट में 21-12, 21-16 से मात दी। फाइनल के दौरान अंश कभी भी किसी तरह की परेशानी में नहीं दिखे। लंबे किशोर ने सेमीफाइनल में स्थानीय लड़के ट्रिस्टन इनहोवेन को 21-4, 21-17 से हराया। मनसा रावत के लिए यह यादगार टूर्नामेंट था। 14 वर्षीय ने दोहरा ताज हासिल किया। प्रतिभाशाली लड़की ने अंडर -15 लड़कियों के एकल का ताज जीता और अपने साथी अंश नेगी के साथ अंडर -15 मिश्रित युगल खिताब का भी दावा किया। मनसा रावत ने फ्रांस के मेवे डेलानॉय-सिलियर को 21 मिनट में 21-7, 21-7 से हराया। सेमीफाइनल में, मनसा ने हंगरी के हेडी दोरोस्माई को 28 मिनट में 21-10, 21-18 से हराया।